वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज: वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन को 22 मार्च से बनारस (मंडुआडीह) रेलवे स्टेशन पर अब चलाने का निर्णय लिया है। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार मुताबिक 22 मार्च से 28 मार्च तक ट्रेन संख्या 22438/22435 नई दिल्ली-वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग प्रयागराज-माधोसिंह-बनारस के स्थान पर परिवर्तित मार्ग प्रयागराज-जंघई-लोहता-बनारस होकर चलाई जाएगी।
वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन 22 से 28 मार्च तक कैंट रेलवे स्टेशन की जगह बनारस (मडुआडीह) रेलवे स्टेशन से चलाई जाएगी। रेलवे ने यह निर्णय बनारस-प्रयागराज रेल खंड के झूंसी-रामनाथपुर स्टेशनों के मध्य पैच दोहरीकरण कार्य और झूंसी स्टेशन के यार्ड रिमाडलिंग के चल रहे को देखते हुए लिया है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक 18 से 25 मार्च तक प्री-इंटरलॉक एवं 26 से 28 मार्च, तक नॉन इंटरलॉक कार्य किया जाना है। जबकि 28 मार्च को रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया जाना है। ऐसे में ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो रहा है। जिसमें मुख्य रूप से नई दिल्ली से वाराणसी कैंट के बीच चलने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस भी शामिल है, जो 18 मार्च से लेकर 28 मार्च तक प्रयागराज-जंघई-भदोही के रास्ते वाराणसी के रास्ते चलाई जाएगी।
लेकिन, अब इस ट्रेन को 22 मार्च से बनारस (मंडुआडीह) रेलवे स्टेशन पर अब चलाने का निर्णय लिया है। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार मुताबिक 22 मार्च से 28 मार्च तक ट्रेन संख्या 22438/22435 नई दिल्ली-वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग प्रयागराज-माधोसिंह-बनारस के स्थान पर परिवर्तित मार्ग प्रयागराज-जंघई-लोहता-बनारस होकर चलाई जाएगी। यह ट्रेन बनारस स्टेशन पर ही शार्ट टर्मिनेट होगी और बनारस स्टेशन से ही शार्ट ओरिजिनेट होकर चलेगी। यह ट्रेन 28 मार्च तक वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन नहीं जाएगी।
कार्य पूर्ण होने से ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार मुताबिक बनारस से प्रयागराज रामबाग की दूरी 120.2 किमी है। झूंसी-रामनाथपुर के मध्य दोहरीकरण कार्य पूरा हो जाने पर 120.2 किमी. में से 115 किमी. डबल लाइन हो जाएगी। फलस्वरूप इस बीच गाड़ियों की क्रासिंग न होने के कारण परिचालन समय में बचत होगी, जिससे गाड़ियां तीव्र गति से चलेगी तथा अधिक गाड़ियां चलाने का मार्ग प्रशस्त होगा। परिणामस्वरूप यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा मिले